देवप्रयाग/टिहरी संस्कृत शिक्षा जगत के लिए यह एक ऐतिहासिक और गर्व का क्षण है। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, नई दिल्ली ने इंडिया टुडे द्वारा जारी सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों की रैंकिंग-2025 में पहली बार देश के शीर्ष 25 सामान्य (सरकारी) विश्वविद्यालयों में 24वां स्थान प्राप्त कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह पहली बार है जब किसी संस्कृत विश्वविद्यालय को सामान्य विश्वविद्यालयों की इस रैंकिंग में स्थान मिला है। यह उपलब्धि विश्वविद्यालय की अकादमिक उत्कृष्टता,गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान, मूल्य-आधारित शिक्षा, और नवाचारपरक शैक्षिक वातावरण के आधार पर प्राप्त हुई है, जो आधुनिक उच्च शिक्षा के मानकों पर भी संस्कृत शिक्षा प्रणाली की प्रासंगिकता को दर्शाती है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. श्रीनिवास वरखेड़ी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा यह उपलब्धि केवल हमारे विश्वविद्यालय की नहीं, बल्कि संपूर्ण संस्कृत परंपरा की सामूहिक सफलता है। यह इस बात का प्रमाण है कि यदि लक्ष्य स्पष्ट हो, नेतृत्व प्रतिबद्ध हो और पूरी टीम एकजुट होकर कार्य करे, तो कोई भी परंपरागत ज्ञान प्रणाली वैश्विक मंच पर श्रेष्ठता प्राप्त कर सकती है। हमने संस्कृत को आधुनिक संदर्भों में प्रस्तुत करने और नवाचार व शोध की दिशा में लगातार प्रयास किए हैं। यह रैंकिंग उन प्रयासों की स्वीकृति है, जिसे हम आने वाले समय में और ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए संकल्पबद्ध हैं। वहीं, विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो.आर. जी.मुरली कृष्ण ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा यह सफलता विश्वविद्यालय के समस्त आचार्यगणों, विद्यार्थियों तथा कर्मचारियों की सामूहिक मेहनत और प्रतिबद्धता का प्रतिफल है। यह रैंकिंग न केवल संस्कृत की प्रासंगिकता और गुणवत्ता को नई दृष्टि प्रदान करेगी, बल्कि आने वाले समय में इसके व्यापक संभावनाओं के द्वार भी खोलेगी। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय आज न केवल परंपरा को आगे बढ़ा रहा है, बल्कि उसे आधुनिकता से जोड़ते हुए वैश्विक शैक्षिक पटल पर अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रहा है।