देवप्रयाग। पिछले 38 घंटे से बाधित ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-58) को कौड़ियाला में शनिवार दोपहर तक कड़ी मशक्कत के बाद वन-वे यातायात के लिए खोल दिया गया। गुरुवार रात को भारी चट्टानी मलबा आने से मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया था, जिससे ऋषिकेश, श्रीनगर व पौड़ी की ओर जाने वाले वाहनों की लंबी कतारें लग गई थीं।
शुक्रवार दोपहर तक मलबा नहीं हट पाने के कारण यातायात को देवप्रयाग-गजा-हिंडोलाखाल-मलेथा होकर ऋषिकेश की ओर डायवर्ट किया गया, जिससे यात्रियों व स्थानीय लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
एनएचएआई के प्रभारी ललित मोहन बेंजवाल ने बताया कि गुरुवार रात से ही मार्ग खोलने की कवायद शुरू कर दी गई थी, लेकिन भारी बारिश और लगातार खिसक रहे बोल्डरों के कारण कार्य में दिक्कतें आईं। एनएच द्वारा दोनों ओर से जेसीबी मशीनें लगाकर बड़े-बड़े पत्थरों को हटाने व तोड़ने का कार्य जारी रखा गया। शुक्रवार शाम तक कुछ बोल्डर हटाने के बाद फंसे दोपहिया व छोटे वाहन निकाले गए, जबकि बड़े वाहनों को शनिवार दोपहर वन-वे व्यवस्था से पास कराया गया।
इधर, पुलिस द्वारा वैकल्पिक मार्गों से वाहनों को डायवर्ट कर किसी तरह यातायात सुचारु रखने की कोशिश जारी रही। मार्ग बंद होने से गंभीर मरीजों, आवश्यक कार्य से निकले लोगों तथा छुट्टियों में घर लौट रहे यात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं दूध, सब्जियों और अखबार जैसी जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति भी प्रभावित रही।
एनएचएआई के अनुसार कौड़ियाला में राष्ट्रीय राजमार्ग को पूरी तरह से खोलने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य जारी है।