भल्ले गांव में युवती को भगाने के मामले में ग्रामीणों का विरोध प्रदर्शन, सख्त कार्रवाई की मांग
देवप्रयाग, गिरीश भट्ट देवप्रयाग टाईस्म 26 जून।
टिहरी जिले की देवप्रयाग तहसील के अंतर्गत भल्ले गांव में एक स्थानीय युवती के लापता होने के मामले ने तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। युवती के परिवार और ग्रामीणों का आरोप है कि युवती को गांव में ही दुकान पर कार्यरत एक युवक ने बहला-फुसलाकर भगाया है। इस घटना को लेकर शनिवार को गांव में एक बैठक व रैली का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया और प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की।
ग्रामीणों ने इसे “धार्मिक छलपूर्वक विवाह प्रयास” बताते हुए गहरी नाराज़गी ज़ाहिर की और पुलिस पर शीघ्र कार्रवाई का दबाव बनाया। बैठक में यह मांग भी प्रमुखता से उठाई गई कि गांव में कार्यरत बाहरी व्यक्तियों का हर छह महीने में सत्यापन अनिवार्य किया जाए ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।बैठक को संबोधित करते हुए सामाजिक कार्यकर्ता गणेश भट्ट ने कहा, “जब तक पहाड़ का समाज रोज़गार और श्रम आधारित कार्यों में स्वयं आगे नहीं आएगा, तब तक बाहरी तत्व यहां आकर समाज में नकारात्मक हस्तक्षेप करते रहेंगे।”
पूर्व ग्राम प्रधान जयंती डंगवाल ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सभी संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखने की आवश्यकता जताई। उन्होंने कहा कि “समाज को सजग होकर ऐसे मामलों में एकजुटता दिखानी होगी।” उन्होंने तथाकथित “लव जिहाद” और “लैंड जिहाद” जैसे मामलों से क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए एक सामाजिक निगरानी समिति गठित करने का प्रस्ताव रखा, जिसे ग्रामीणों का समर्थन मिलाबैठक के बाद ग्रामीणों ने भल्ले गांव के मुख्य बाजार में एक शांतिपूर्ण रैली निकाली और प्रशासन से आरोपी युवक को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग दोहराई। ग्रामीणों ने स्पष्ट किया कि वे किसी समुदाय विशेष के विरुद्ध नहीं हैं, परंतु यदि कोई व्यक्ति धार्मिक पहचान छिपाकर युवतियों को बहकाने या सामाजिक विघटन का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।इस अवसर पर विनोद रौथान, रजनी पयाल, विजय पंवार, प्रदीप चौहान, पूर्व प्रधान नरेश कोठियाल, सूरज नौटियाल, विजय रावत, भास्कर भट्ट, उदय असवाल, पवन पुरी, मनीष लिंगवाल, परमेश्वरी नौटियाल, राजी देवी, राजेश कोठियाल सहित सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित रहे।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि पुलिस प्रशासन शीघ्र कार्रवाई नहीं करता, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन शुरू करने को बाध्य होंगे। वहीं, स्थानीय पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है और सभी बिंदुओं पर ध्यानपूर्वक जाँच की जायेगी।