अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई के निर्देश, युवाओं में जागरूकता अभियान पर ज़ोर
देवप्रयाग/नई टिहरी।
जिला मुख्यालय टिहरी में शुक्रवार देर शाम नशामुक्ति हेतु गठित जिला स्तरीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। यह बैठक जिलाधिकारी नितिका खण्डेलवाल के निर्देशन में और अपर जिलाधिकारी अवधेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक का मुख्य उद्देश्य एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत अवैध मादक पदार्थों पर रोकथाम और नशा मुक्त समाज की दिशा में चल रहे प्रयासों की समीक्षा करना था।
एडीएम सिंह ने संबंधित विभागों से जनपद में अफीम, खसखस, पोस्त जैसी अवैध खेती की स्थिति की जानकारी ली और उसे रोकने के लिए सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए। साथ ही युवाओं में नशे के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूकता अभियान चलाने पर बल दिया।
उन्होंने नशा मुक्ति केन्द्र के लिए चिन्हित स्थल का निरीक्षण, मानस नारकोटिक्स हेल्पलाइन 1933 का प्रचार-प्रसार, और संयुक्त छापेमारी कर अधिक चालान की कार्यवाही बढ़ाने के निर्देश भी दिए।
पुलिस विभाग से संगीता शर्मा ने बताया कि नशा मुक्त पखवाड़ा के दौरान जनपद के विभिन्न थानों द्वारा 36 जागरूकता कार्यक्रम, 27 गोष्ठियां, 305 पोस्टर, 42 फ्लैक्स व होर्डिंग, तथा एक रैली, मैराथन, नुक्कड़ नाटक, कैंप और शपथ कार्यक्रम आयोजित किए गए। साथ ही 703 ग्राम चरस और 21.50 ग्राम स्मैक के साथ 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
जून माह में शिक्षण संस्थानों के आसपास चलाए गए अभियान में 126 चालान कर ₹12,700 शमन शुल्क वसूला गया।
वन विभाग की एसडीओ रश्मि ध्यानी ने बताया कि वन क्षेत्र में मादक पदार्थों की कोई खेती प्रकाश में नहीं आई है। सीएमओ कार्यालय की मनोवैज्ञानिक डॉ. रीना सिंह ने बताया कि तम्बाकू नियंत्रण के अंतर्गत लगातार काउंसलिंग और जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
जिला समाज कल्याण अधिकारी श्रेष्ठा भाकुनी ने नशा मुक्त पखवाड़ा के दौरान मैराथन, योग, वृक्षारोपण और शपथ कार्यक्रमों की जानकारी दी। वहीं रॉड्स संस्था के जे.पी. बडोनी ने बताया कि जनपद में अब तक लगभग 250 नशा मुक्त विवाह संपन्न हुए हैं जिन्हें प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है।
बैठक में एसडीएम संदीप कुमार, क्षय रोग अधिकारी जे.एस. भण्डारी समेत अन्य विभागीय अधिकारी भौतिक और वर्चुअल माध्यम से उपस्थित रहे।