देवप्रयाग/ टिहरी गढ़वाल, 07 सितम्बर 2025
देवप्रयाग। रविवार को पूर्ण चंद्र ग्रहण के अवसर पर शास्त्रानुसार देवप्रयाग स्थित सिद्धपीठ चंद्रवदनी मंदिर एवं भगवान रघुनाथ मंदिर के कपाट सूतक काल प्रारंभ होते ही बंद कर दिए गए। ग्रहण काल शुरू होने से नौ घंटे पूर्व मंदिरों में पूजा-अर्चना एवं स्पर्श निषेध कर दिया गया।
भगवान रघुनाथ मंदिर के पुजारी समीर पंचपुरी ने बताया कि दोपहर में सूतक काल से पूर्व भगवान को भोग अर्पित कर श्रृंगार उतारकर शयन आरती की गई। मंदिर के कपाट सोमवार सुबह 5 बजे शुद्धिकरण एवं अभिषेक के उपरांत भक्तों के दर्शन हेतु खोले जाएंगे।
इसी प्रकार सिद्धपीठ चंद्रवदनी मंदिर में भी सूतक काल से पूर्व शिला यंत्रों की पूजा कर उन्हें ढक दिया गया और मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। मुख्य पुजारी शिव प्रसाद भट्ट एवं सहायक पुजारी चंडी प्रसाद भट्ट ने बताया कि सोमवार सुबह 5 बजे शुद्धिकरण व नित्य पूजन के बाद श्रद्धालुओं के लिए माता चंद्रवदनी मंदिर के कपाट पुनः खोल दिए जाएंगे।