- देवप्रयाग। अपनी पारस्परिक एकता और भाईचारा की परंपरा को कायम रखते हुए राडागाड ग्राम पंचायत ने दूसरी बार प्रधान का चुनाव निर्विरोध किया है। देवप्रयाग विधानसभा क्षेत्र के तीन गांवों की इस ग्राम पंचायत में ग्वाड़ गांव की शोभा देवी नेगी को प्रधान तथा टोला गांव की राजेश्वरी देवी बर्त्वाल को उपप्रधान चुना गया। इसी प्रकार सात वार्ड सदस्यों का भी चुनाव सर्वसम्मति से किया गया।
कीर्तिनगर विकासखंड की डागर पट्टी की राडागाड ग्राम पंचायत के लोगों ने त्रिस्तरीय चुनाव के लिए सरकार की कार्यक्रम से पहले ही अपना प्रत्याशी निर्विरोध चुनाव तय कर लिया है यह सिलसिला वर्ष 2013 में तब से शुरू हुआ था जब यहां सड़क पहुंचाने के लिए ग्रामीणों ने आंदोलन किया था। टोला ग्वाड़ राडागाड विकास मंच के बैनर तले हुए इस आंदोलन की सफलता के बाद राडागाड, ग्वाड़ और टोला के महिला-पुरुषों ने बैठक आयोजित कर मंजू देवी बर्त्वाल को निर्विरोध प्रधान चुना था और निर्णय लिया था कि भविष्य में इस परंपरा को कायम रखा जाएगा। और निर्णय लिया गया था कि प्रत्येक पंचवर्षीय योजना में प्रधान के निर्विरोध चुनाव के लिए तीनों गांवों में से एक-एक गांव का क्रम क्रमवार नंबर आएगा और क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत सदस्य के लिए भी तीनों गांवों के लोगों की आपसी सहमति के आधार पर ही एक ही प्रत्याशी को एकमुश्त वोट डाले जाएंगे। पहली बार राडागाड गांव की मंजू देवी को प्रधान बनाए जाने के बाद दूसरी बार इस पंचायत में अनुसूचित जाति प्रत्याशी के लिए सीट आरक्षित हुई और इस बार माहिला सामान्य सीट आई। कुछ ग्रामीणों ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई, परंतु समाधान नहीं हुआ। इसके बाद ग्रामीणों ने ग्वाड़ में बैठक आयोजित कर इस बार ग्वाड़ गांव की शोभा देवी नेगी को निर्विरोध प्रधान चुना। टोला गांव की राजेश्वरी देवी को उपप्रधान बनाया गया। प्रताप सिंह बर्त्वाल की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि यदि इस पंचायत की प्रधान सीट महिला सामान्य की जगह पुरुष सामान्य होती है तो शोभा देवी के पति विक्रमसिंह नेगी को निर्विरोध प्रधान बनाया जाएगा। सभी लोगों ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि क्षेत्र पंचायत और जिला पंचायत उम्मीदवारों में किसे निर्विरोध वोट दिये जाने हैं, इस पर दूसरी बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
बैठक में विजयपाल सिंह बर्त्वाल ने कहा कि ये तीनों गांव अत्यंत पिछड़े हुए हैं। विकास हमारी प्राथमिकता है। पंचायत चुनाव गांव के भाईचारे और आपसी एकता में दरार पैदा करते हैं। इसलिए हमने इस राजनीति का विरोध कर वर्षों पहले इस चुनाव को निर्विरोध करने का निर्णय लिया था। यह परंपरा हमेशा कायम रहेगी। पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य कर्ण सिंह बर्त्वाल ने कहा कि चुनाव में बेवजह खर्चा होता है। गरीब और योग्य उम्मीदवार ऐसे में चुनाव लड़ने की दस बार सोचता है। इस स्थिति में निर्विरोध चुनाव बेहतर विकल्प है। निर्विरोध चुनी गईं प्रधान शोभा देवी ने अपनी जिम्मेदारियों का बेहतर ढंग से निर्वहन करने का आश्वासन दिया। विक्रमसिंह नेगी ने कहा कि पंचायत प्रधान किसी पंचायत के विकास की धुरी होता है। किसी पंचायत का नक्शा वहां के प्रधान के कार्य का आईना होता है। प्रधान अपने गांव का मूल नागरिक होने के कारण वहां की परिस्थितियों से भलीभांति परिचित होता है, इसलिए वह वहां के अनुकूल योजनाएं बनवाकर विकास करा सकता है। विजयसिंह बर्त्वाल ने कहा कि निर्विरोध चुनाव ने हमारी पंचायत की पहचान बनाई है। यह पहचान आगे भी ऐसी ही रहनी चाहिए।
इस अवसर पर निवर्तमान प्रधान मिलन किशोर,राजेश्वरी देवी, रूपा देवी, उमेद सिंह, कृपाल सिंह बर्त्वाल, सौकार सिंह, प्रेमसिंह, सुर्जन सिंह, अनुसूया प्रसाद गोदियाल, सुरेश सिंह, अनिल सिंह पुंडीर, गुड्डी देवी, रोशनी देवी, जबर सिंह, भगवान सिंह, कर्ण सिंह बर्त्वाल,दलवीर सिंह, पुष्पा देवी, कमल सिंह, लक्ष्मण सिंह बर्त्वाल आदि उपस्थित थे। दूसरी ओर, टोला ग्वाड़ राडागाड विकास मंच की इस पहल की पूर्व जिला पंचायत सदस्य चंद्रपाल सिंह आदि क्षेत्र के लोगों ने सराहना की है। टोला ग्वाड़ राडागाड विकास मंच के अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र सिंह बर्त्वाल ने कहा कि अन्य पंचायतों को भी इस निर्णय से प्रेरणा लेनी चाहिए।