देवप्रयाग। ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (ऑल वेदर रोड) के चौड़ीकरण के चलते देवप्रयाग बस अड्डे के समीप शुक्रवार रात एक बार फिर भू-धंसाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। इससे आसपास के आवासीय क्षेत्रों में भय का माहौल है और राजमार्ग से गुजरने वाले यात्रियों एवं स्थानीय वाहनों की आवाजाही भी खतरे में आ गई है।
स्थानीय निवासी संजय कुमार और विजय भट्ट द्वारा जिलाधिकारी टिहरी को दिए गए ज्ञापन के अनुसार, वर्ष 2020 में सड़क चौड़ीकरण के दौरान की गई कटिंग के बाद से ही क्षेत्र में लगातार भू-धंसाव हो रहा है। शुक्रवार रात को हुए ताजा भू-धंसाव में उनके मकान का टिनशेड और पुश्ता भरभराकर गिर गया, जिससे उनका घर अब पूरी तरह असुरक्षित हो गया है।
ज्ञापन में कहा गया है कि 2021 में उनके क्षतिग्रस्त मकानों के लिए 29 लाख रुपये का मुआवजा तय किया गया था, लेकिन आज तक उस राशि का भुगतान नहीं हुआ है। क्योंकि मुआवजा के भुगतान का पेज केंद्र और राज्य सरकार की लड़ाई के बीच में फस गया है केंद्र सरकार की अधिकारी कहते हैं कि हमारा काम मोटर मार्ग बनाने का है। भू स्कलन का मुआवजा राज्य सरकार देगी सिस्टम में बैठे अधिकारियों को मुवावजे के मामले का 4 साल मे भी निर्णय नहीं कर पाए सिस्टम की ऐसी कार्य प्रणाली में आगे भी अभी भरोसा नहीं है। समय से मुवावजे कि धनराशि न मिलने से पीड़ितों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। पीड़ितों ने बताया कि वे सीमित संसाधनों और रिश्तेदारों की मदद से किसी तरह अपने मकानो का बचाव कार्य कर रहे हैं। लेकिन बरसात के मौसम में उनके प्रयास बार-बार विफल हो रहे हैं। उनका मकान अब रहने योग्य नहीं रह गया है, और आय के साधन भी बंद हो जाने से भरण-पोषण का संकट उत्पन्न हो गया है।
प्रभावित परिवारों ने जिलाधिकारी से भू-धंसाव का स्थायी समाधान, सुरक्षित स्थान पर विस्थापन और तत्काल आर्थिक सहायता की मांग की है। साथ ही चार वर्षों से लंबित मुआवजा राशि का पुनर्मूल्यांकन कर त्वरित भुगतान करने का अनुरोध किया है। इस आशय का ज्ञापन उन्होंने क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी और तहसीलदार को भी सौंपा है।