संस्कृत महाविद्यालय में खुलेगा मुक्त विश्वविद्यालय केंद्र

  • उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति का केंद्रीय संस्कृत विवि परिसर का दौरा

देवप्रयाग। उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय अब केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के साथ मिलकर उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करेगा। मुक्त विवि के नवनियुक्त कुलपति प्रो0 नवीनचंद्र लोहनी ने केंद्रीय संस्कृत विवि के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर का भ्रमण कर अध्यापकों और छात्रों को संबोधित करते हुए यह इच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इन दो बड़े संस्थानों के मिलकर कार्य करने से उत्तराखंड में उच्च शिक्षा का कायाकल्प होगा और संस्कृत के छात्रों सामने रोजगार की संभावनाएं दुगुनी हो जाएंगी।
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 नवीनचंद्र लोहनी अपने क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारियों के साथ श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर भ्रमण पर आए। निदेशक प्रो0 पीवीबी सुब्रह्मण्यम से मुलाकात कर उन्होंने यहां की शिक्षण व्यवस्थाओं तथा केंद्रीय संस्कृत विवि की कार्यप्रणाली को विस्तार से जाना। उन्होंने निदेशक के साथ बातचीत में कहा कि हम शीघ्र ही केंद्रीय संस्कृत विवि के साथ शैक्षणिक कार्यों में आपसी सहयोग को लेकर हाथ मिलाना चाहते हैं और देवप्रयाग में अपने विवि का केंद्र खोलना चाहते हैं। अध्यापकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के बाद शिक्षा में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अब कौशल केंद्रित शिक्षा का महत्त्व बढ़ रहा है। स्किल्ड बेस्ड एजुकेशन के कारण रोजगार की संभावनाएं बढ़ रही हैं। दूरस्थ शिक्षा का प्रचलन बढ़ रहा है। इसलिए मुक्त विवि और गंभीरता और व्यापकता से कार्य कर रहा है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के बाद उत्तराखंड मुक्त विवि दूसरा ऐसा बड़ा विश्वविद्यालय है, जो डिस्टेंस एजुकेशन में बड़े स्तर पर कार्य कर रहा है। दूरस्थ शिक्षा भविष्य शिक्षा का मॉडल है।
कुलपति ने कहा कि मुक्त विवि ने स्वयं को छात्र सुविधाओं से लैस कर दिया है। किसी भी आयु का विद्यार्थी कहीं से भी हमारे यहां कोर्स कर सकता है। फॉर्म भरने के बाद जल्दी ही अध्ययन सामग्री विद्यार्थी के घर पहुंच जा रही है। श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में मुक्त विवि का केंद्र खुलने के बाद टिहरी का पूर्वी भाग, पौड़ी का बड़ा हिस्सा और श्रीनगर का निकटवर्ती क्षेत्र कवर हो जाएगा। यहां कक्षाओं के संचालन की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन दिनों उत्तराखंड में होम स्टे का अच्छा व्यवसाय चल रहा है। इसलिए मुक्त विवि ने होम स्टे मैनेजर का भी एक कोर्स आरंभ किया है। मुक्त विवि से योग और संस्कृत शिक्षा को सफलता मिल रही है। चीन में योग सिखाने वाले अधिकांश उत्तराखंड के ही युवा हैं। संस्कृत शिक्षा हासिल कर सेना में जाने वालों की भी संख्या ठीकठाक है।
बच्चों को संबोधित करते हुए कुलपति प्रो0 लोहनी ने कहा कि श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर के छात्र डबल डिग्री कोर्स कर सकते हैं। यहां से संस्थागत के साथ ही वे मुक्त विवि से दूरस्थ शिक्षा में दूसरी डिग्री ले सकते हैं। आज शिक्षा के क्षेत्र में उदारता बढ़ने से पढ़ने वाले बच्चों के सामने अवसरों का अंबार लग गया है। बच्चे किसी प्रकार अपने समय की प्लानिंग कर अध्ययन में अधिक से अधिक समय लगाएं। कोई भी विद्या कभी बेकार नहीं जाती है। जिस भी विषय मंे आपकी रुचि हो, उसमें पढ़ाई अवश्य करें। एक साथ दो-तीन विषयों में डिग्रियां लेने से आप अपने लिए नौकरी के अनेक अवसर पैदा कर सकते हैं। मुक्त विवि में 40 कोर्स छह-छह महीने के भी हैं। खेती, मजदूरी, नौकरी करने वाला व्यक्ति भी मुक्त विवि से कभी भी पढ़ सकता है। अत्यधिक गरीब बच्चे के लिए हम आर्थिक व्यवस्था जुटाने को भी तैयार हैं, ताकि वह फीस न देने की मजबूरी उसकी शिक्षा में बाधा न बन सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए निदेशक प्रो0 पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने कहा कि नौकरी के क्षेत्र में जाने के बाद आपके गुण-अवगुण की वास्तविक पहचान हो जाती है। लापरवाही जीवन में घुटन पैदा करती है, लेकिन मजबूरी में से अवसर निकाल देना आपके भविष्य को उज्ज्वल बनाता है। प्रो0 सुब्रह्मण्यम ने कहा कि हम केवल विद्यार्थी रहते ही एक साथ अनेक विषयों की पढ़ाई नहीं कर सकते, बल्कि नौकरी में रहते हुए भी पढ़ सकते हैं। आज शिक्षा के दरवाजे हर ओर खुले हुए हैं। इस परिसर के सात बच्चों ने यहां पढ़ाई करते हुए इग्नू से भी पढ़ार्इ्र की। उत्तराखंड का यहां केंद्र खुलना हमारा सौभाग्य होगा। अभी तक हमारे विश्वविद्यालय के 32 एमओयू विभिन्न संस्थानों के साथ हो चुके हैं। आज निपुणता का महत्त्व बढ़ा है। सरकार इस पर ध्यान दे रही है। समय-समय पर कर्मचारियों को इसलिए प्रशिक्षण भी दिया जाता है। इससे पहले कुलपति प्रो0 लोहनी के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में पहुंचने पर प्रो0 सुब्रह्मण्यम ने उनका स्वागत किया। संचालन डॉ0 सोमेश बहुगुणा ने किया। स्वागत भाषण डॉ0 गणेश्वरनाथ झा ने दिया। इस अवसर पर मुक्त विवि के क्षेत्रीय निदेशक पंकज कुमार, बीएड विभागागाध्यक्ष सिद्धार्थ पोखरियाल, तरुण नेगी के साथ ही श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर की सहनिदेशिका प्रो0 चंद्रकला कोंडी, डॉ0 शैलंेद्र नारायण कोटियाल आदि उपस्थित थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 9058520973, हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करे