देवप्रयाग
जिला टिहरी के प्रखंड देवप्रयाग में आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारी के अंतर्गत सीटों का आरक्षण मनमाने ढंग से किए जाने का आरोप लग रहा है। इसको लेकर जनप्रतिनिधियों में तीव्र रोष है। उनकी मांग है कि सीटों के आरक्षण की प्रक्रिया नीतिगत और पारदर्शी होनी चाहिए।
इस विषय में पूर्व प्रधान संगठन अध्यक्ष सोवन सिंह का कहना है कि सत्ताधारी राजनीतिक दल ने अपने हितों को ध्यान में रखते हुए सीटों का आरक्षण किया है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि जामटी पौड़ीखाल क्षेत्र में पूर्व में सामान्य सीट थी और इस बार भी उसे सामान्य ही रखा गया है। जबकि भल्ले गांव, जहां पिछली बार ओबीसी के लिए आरक्षित सीट थी, वहां इस बार भी उसे महिला (आरक्षित) सीट घोषित कर दिया गया है।
सोवन सिंह ने यह भी आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत और क्षेत्र पंचायत स्तर पर भी आरक्षण की प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती गई है। स्थानीय लोगों ने इस प्रक्रिया को लेकर आपत्तियां दर्ज कराई हैं और अब सभी लोग चुनाव आयोग द्वारा लिए जाने वाले निर्णय और अंतिम आरक्षण सूची का इंतजार कर रहे है।