देवप्रयाग/ टिहरी गढ़वाल,
सावन मास के पहले सोमवार के बाद से टिहरी जनपद के कांवड़ मार्गों पर शिवभक्तों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। इस बढ़ती भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ यात्रा को सुरक्षित, व्यवस्थित और सफल बनाने में जुटा हुआ है।
हरिद्वार से गंगाजल लेकर ऋषिकेश होते हुए नीलकंठ महादेव तक जाने वाले पैदल, दोपहिया और डाक कांवड़ियों के आवागमन को सुगम बनाने के लिए प्रशासन ने कई स्तरों पर प्रबंध किए हैं।यातायात और पार्किंग व्यवस्था के लिये डाक कांवड़ियों के बड़े वाहन: चंद्रभागा पुल के पास पार्किंग में रोके जा रहे हैं। दो पहिया वाहन: मुनिकीरेती, ढालवाला और भद्रकाली से होते हुए राम झूला की पार्किंग तक सीमित किए गए हैं। अतिरिक्त पार्किंग: खारास्रोत (ब्रह्मानंद तिराहे के पास) में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए बनाई गई है। पुलिस और निगरानी व्यवस्था 56 सी सी टीवी कैमरों से यात्रा मार्ग पर नजर, वायरलेस कंट्रोल रूम (ढालवाला) से मॉनिटरिंग।कै नोपी और सहायता केंद्रों के माध्यम से कांवड़ियों को मार्गदर्शन और सुरक्षा सहायता प्रदान की जा रही है।गंगा घाटों पर जल पुलिस की तैनाती, जल भरते समय कांवड़ियों को नदी से उचित दूरी बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।कांवड़ियों की सराहना: ग्रेटर नोएडा से आए पांच कांवड़ियों की टोली ने बताया कि प्रशासन की व्यवस्थाएं इस बार अत्यंत सुव्यवस्थित और सुविधाजनक हैं। उन्हें यात्रा मार्ग की सही जानकारी, स्वास्थ्य सुविधाएं, भोजन और शौचालय जैसे आवश्यक संसाधन सहज रूप से मिले।उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि यातायात नियमों का पालन करें और प्रशासन का सहयोग कर कांवड़ यात्रा को शांतिपूर्ण व सफल बनाने सहयोग दे